* प्रतिभाशाली बालक (Gifted Children)अर्थ :-
प्रतिभाशाली बालक , सामान्य या औसत बालकों से सब बातों ( बुद्धि , विचार आदि ) में श्रेष्ठ होते हैं । ये बालक सामान्य बालकों से इतने अलग होते हैं कि इनके लिए विशेष प्रकार की शिक्षा , प्रशिक्षण और समायोजन की आवश्यकता होती हैं अन्यथा ये दूसरे बालकों के साथ और कक्षा में उचित प्रकार से समायोजित ( Adjust ) नहीं हो पाते । मनोवैज्ञानिकों के अनुसार प्रतिभाशाली वे बालक हैं जिनकी बुद्धि लब्धि ( I . Q . ) 130 या 140 से अधिक होती है ।
- टरमन के अनुसार =
“ प्रतिभावान बालक शारीरिक विकास , शैक्षणिक उपलब्धि , बुद्धि और व्यक्तित्व में वरिष्ठ होते है ।
- पॉल विट्टी =
" प्रतिभाशाली बालक वह है । जो किसी कार्य को करने के प्रयास में निरन्तर उच्च स्तर बनाये रखता है । " ( The gifted child is one who is consistently superior in any worthwhile time of endeavour . ) |
- कॉलेस्निक =
“ वह प्रत्येक बालक जो अपनी आयु - स्तर के बालकों में किसी योग्यता में अधिक हो और जो हमारे समाज के लिए कुछ महत्त्वपूर्ण नई देन दें । " ( The term gifted has been applied to every child who , in his age group is superior in some ability which may make him outstandings contributer to the welfare and guality of living in our society . ) |
* प्रतिभाशाली बालक की विशेषताएँ ( Characteristics of Gifted child ) :-
1 . शारीरिक विशेषता =
टरमन ने अपने अध्ययनों द्वारा स्पष्ट किया है कि प्रतिभाशाली बालक जन्म के समय सामान्य बालक की तुलना में डेढ़ इंच लम्बा व भार में एक पौण्ड अधिक होता है । इसके अतिरिक्त वह चलना , फिरना और बोलना , सामान्य बालकों की तुलना में जल्दी सीख लेता है ।
2 . उच्च बुद्धि - लब्धि =
प्रायः इनकी बुद्धि लब्धि 140 से अधिक मानी गई है ।
3 . अमूर्त चिन्तन =
इनकी चिन्तन प्रक्रिया श्रेष्ठ होती है जिससे वे कठिन समस्याओं को समझाने तथा समाधान ढूढ़ने में देर नहीं करते ।
4 . सामाजिक और संवेगात्मक दृढ़ता =
प्रतिभाशाली बालकों की सामाजिकता और संवेगात्मकता अधिक दृढ़ होती है ।
5 . मानवीय गुण - इनमें सहयोग , परोपकार , सहिष्णुता , दया तथा ईमानदारी जैसे मानवीय गुण दूसरो की तुलना में अधिक होते है ।
6 . अर्न्तदृष्टि - ऐसे बालक आश्चर्यजनक सूझबूझ रखते है ।
7 . नेतृत्व की क्षमता - ऐसे बालों में कुशल नेतृत्व की क्षमता होती हैं और अपने इस नेतृत्व से सबका मन मोह लेते है ।
8 . अवधान योग्यता - प्रतिभाशाली बालकों में अवधान ( Attention ) की शक्ति तीव्र होती है ।
9 . निर्देशन की कम आवश्यकता ऐसे बालकों में बौद्धिक सजगता और मौलिकता अधिक होती हैं अतः वह अपने पूर्व अनुभव व सूझबूड़ा से कार्य को सफलतापूर्वक कर सकता है । ऐसे बालकों को निर्देशन की आवश्यकता कम पड़ती है ।
10 . हास्य तथा उदार प्रकृति - ऐसे बालकों की ज्ञानेन्द्रियाँ अधिक संवेदनशील होती है । सामान्यतः ये हास्य तथा उदार प्रकृति के होते है|
* प्रतिभावान बालकों की शैक्षिक व्यवस्थाएँ ( Educational Provisions for Giftedi Children ) :-
1 . विशेष व विस्तृत पाठ्यक्रम ।
2 . बालकों पर व्यक्तिगत ध्यान ।
3 . योग्य अध्यापकों की आवश्यकता ।
4 . पाठ्यक्रम सहगामी क्रियाओं का आयोजन ।
5 . पुस्तकालय सुविधायें ।
6 . नेतृत्व का प्रशिक्षण ।
7 . संस्कृति की शिक्षा ।
8 .घर के लिए विशेष कार्य ।
प्रतिभाशाली बालक , सामान्य या औसत बालकों से सब बातों ( बुद्धि , विचार आदि ) में श्रेष्ठ होते हैं । ये बालक सामान्य बालकों से इतने अलग होते हैं कि इनके लिए विशेष प्रकार की शिक्षा , प्रशिक्षण और समायोजन की आवश्यकता होती हैं अन्यथा ये दूसरे बालकों के साथ और कक्षा में उचित प्रकार से समायोजित ( Adjust ) नहीं हो पाते । मनोवैज्ञानिकों के अनुसार प्रतिभाशाली वे बालक हैं जिनकी बुद्धि लब्धि ( I . Q . ) 130 या 140 से अधिक होती है ।
- टरमन के अनुसार =
“ प्रतिभावान बालक शारीरिक विकास , शैक्षणिक उपलब्धि , बुद्धि और व्यक्तित्व में वरिष्ठ होते है ।
- पॉल विट्टी =
" प्रतिभाशाली बालक वह है । जो किसी कार्य को करने के प्रयास में निरन्तर उच्च स्तर बनाये रखता है । " ( The gifted child is one who is consistently superior in any worthwhile time of endeavour . ) |
- कॉलेस्निक =
“ वह प्रत्येक बालक जो अपनी आयु - स्तर के बालकों में किसी योग्यता में अधिक हो और जो हमारे समाज के लिए कुछ महत्त्वपूर्ण नई देन दें । " ( The term gifted has been applied to every child who , in his age group is superior in some ability which may make him outstandings contributer to the welfare and guality of living in our society . ) |
* प्रतिभाशाली बालक की विशेषताएँ ( Characteristics of Gifted child ) :-
1 . शारीरिक विशेषता =
टरमन ने अपने अध्ययनों द्वारा स्पष्ट किया है कि प्रतिभाशाली बालक जन्म के समय सामान्य बालक की तुलना में डेढ़ इंच लम्बा व भार में एक पौण्ड अधिक होता है । इसके अतिरिक्त वह चलना , फिरना और बोलना , सामान्य बालकों की तुलना में जल्दी सीख लेता है ।
2 . उच्च बुद्धि - लब्धि =
प्रायः इनकी बुद्धि लब्धि 140 से अधिक मानी गई है ।
3 . अमूर्त चिन्तन =
इनकी चिन्तन प्रक्रिया श्रेष्ठ होती है जिससे वे कठिन समस्याओं को समझाने तथा समाधान ढूढ़ने में देर नहीं करते ।
4 . सामाजिक और संवेगात्मक दृढ़ता =
प्रतिभाशाली बालकों की सामाजिकता और संवेगात्मकता अधिक दृढ़ होती है ।
5 . मानवीय गुण - इनमें सहयोग , परोपकार , सहिष्णुता , दया तथा ईमानदारी जैसे मानवीय गुण दूसरो की तुलना में अधिक होते है ।
6 . अर्न्तदृष्टि - ऐसे बालक आश्चर्यजनक सूझबूझ रखते है ।
7 . नेतृत्व की क्षमता - ऐसे बालों में कुशल नेतृत्व की क्षमता होती हैं और अपने इस नेतृत्व से सबका मन मोह लेते है ।
8 . अवधान योग्यता - प्रतिभाशाली बालकों में अवधान ( Attention ) की शक्ति तीव्र होती है ।
9 . निर्देशन की कम आवश्यकता ऐसे बालकों में बौद्धिक सजगता और मौलिकता अधिक होती हैं अतः वह अपने पूर्व अनुभव व सूझबूड़ा से कार्य को सफलतापूर्वक कर सकता है । ऐसे बालकों को निर्देशन की आवश्यकता कम पड़ती है ।
10 . हास्य तथा उदार प्रकृति - ऐसे बालकों की ज्ञानेन्द्रियाँ अधिक संवेदनशील होती है । सामान्यतः ये हास्य तथा उदार प्रकृति के होते है|
* प्रतिभावान बालकों की शैक्षिक व्यवस्थाएँ ( Educational Provisions for Giftedi Children ) :-
1 . विशेष व विस्तृत पाठ्यक्रम ।
2 . बालकों पर व्यक्तिगत ध्यान ।
3 . योग्य अध्यापकों की आवश्यकता ।
4 . पाठ्यक्रम सहगामी क्रियाओं का आयोजन ।
5 . पुस्तकालय सुविधायें ।
6 . नेतृत्व का प्रशिक्षण ।
7 . संस्कृति की शिक्षा ।
8 .घर के लिए विशेष कार्य ।
No comments:
Post a Comment