Tuesday, October 22, 2019

अभिप्रेरणा का अर्थ एवं अभिप्रेरणा के प्रकार व सिद्धांत

* अभिप्रेरणा :-
                      व्यक्तियों के व्यवहार को आन्तरिक व बाहरी सभी कारक प्रभावित करते है मनोविज्ञान में इन कारकों को प्रेरक कहा जाता है । औपचारिक शिक्षा में बालकों को प्रेरित करने के लिए अभिप्रेरण की आवश्यकता होती है । अभिप्रेरणा व्यक्ति की आन्तरिक शक्ति है । जो भावात्मक होती है इसके आन्तरिक व बाहरी दोनों संघटक है । अभिप्रेरणा वह शक्ति है जो व्यक्ति को कार्य करने के लिए प्रेरित करती है और कार्य पर बनाए रखती है । यह व्यक्ति अन्दर शक्ति परिवर्तन से प्रारम्भ होती है ।


* अभिप्रेरणा का शाब्दिक अर्थ :-
                                             ' अभिप्रेरणा ' अंग्रेजी भाषा के ' मोटीवेशन ' से मिलकर बना है इस शब्द की उत्पति लैटिन भाषा की मोटम धातु से हुई है , जिसका अर्थ है - ' कोई क्रिया करना ।
मोटम को मोवियर ( Movere ) भी कहा जाता है । इसका अर्थ है - सक्रिय करना या गतिशील करना ।

अर्थ व परिभाषाएँ :-
                            १. गुड के अनुसार , " अभिप्रेरणा कार्य को आरम्भ करने , जारी रखने और नियमित करने की प्रक्रिया है ।

२. स्किनर के अनुसार , " अभिप्रेरणा अधिगम का सर्वोच्च राजमार्ग है ।

३. " मैक्डूगल के अनुसार , " अभिप्रेरणा वे शारीरिक और मनोवैज्ञानिक दशाएँ है , जो किसी को कार्य करने के लिए प्रेरित करती है |

४.  " बर्नार्ड के अनुसार , जिस लक्ष्य के प्रति पहले कोई आकर्षण नही था , उस लक्ष्य के प्रति कार्य उत्तेजना ही प्रेरणा है ।

५. " वुडवर्थ के अनुसार " अभिप्रेरणा वे शारीरिक और मनोवैज्ञानिक दशाएं हैं । किसी कार्य को करने के लिए प्रेरित करती है ।

६. जेन्स ड्रेवर के अनुसार , " अभिप्रेरणा एक भावात्मक - क्रियात्मक कारक है जो कि चेतन न अचेतन लक्ष्य की ओर होने वाले मानव व्यवहार की दिशा को निश्चित करता है |

         इस प्रकार अभिप्रेरणा प्राणी की वह आन्तरिक शक्ति है , जो प्राणी में क्रियाशीलता उत्पन्न करती है और लक्ष्य प्राप्ति तक चलती रहती है । सीखने का कार्य निष्पादन करने में अभिप्रेरणा का स्थान अत्यन्त महत्वपूर्ण है । किसी भी कार्य को सीखना या लक्ष्यों की प्राप्ति की ओर बढ़ना अभिप्रेरणा के कारण होता है यह व्यक्ति को लक्ष्य तक पहुंचने वाले आंतरिक उत्तेजना अभिप्रेरणा एक साधन है जो साध्य तक पहुंचाने का कार्य बताती है |

अतः अभिप्रेरणा :-
                          •  अभिप्रेरणा को ' सीखने का स्वर्ण पथ ' या ' सीखने का हदय ' कहा जाता है ।

• अभिप्रेरणा साध्य नही साधन है । यह साध्य तक पहुँचने का मार्ग प्रस्तुत करती है ।

•  डार्विन के अनुसार मानव और पशु की मूल प्रवृतियाँ एक समान है ।

•  मनोविज्ञान में अभिप्रेरणा का आशय आन्तरिक उत्तेजना है ।
•  अभिप्रेरणा व्यक्ति को लक्ष्य तक पहुँचाने वाली शक्ति है ।


* अभिप्रेरणा के तत्व अभिप्रेरणा के तीन तत्व है -
                                                             १ . अभिप्रेरणा व्यक्ति के अन्दर शक्ति परिवर्तन से प्रारम्भ होती है ।

२. अभिप्रेरणा भावात्मक जागृति द्वारा वर्णित होती है ।

३. अभिप्रेरणा पूर्वानुमान उद्देश्य द्वारा वर्णित होती है ।


* अभिप्रेरणा के प्रकार :-
                                 1 . आन्तरिक अभिप्रेरणा - इसे सकारात्मक अभिप्रेरणा भी कहते है । इस अभिप्रेरणा में बालक किसी भी कार्य को अपनी आंतरिक इच्छा से करता है । कार्य करने में उसे सुख और संतोष की प्राप्ति होती है । अध्यापक कई अनुकूल परिस्थितियों को निर्मित कर उसे आंतरिक अभिप्रेरणा प्रदान करता है ।

2 . बाहरी अभिप्रेरणा -
                               इसे नाकारात्मक अभिप्रेरणा भी कहते है । बालक बाहरी प्रभाव से किसी कार्य को करता है । वह कार्य करके उसे वांछित उद्देश्य की प्राप्ति होती है । जैसे - पुरस्कार , दण्ड , निंदा , प्रशंसा , प्रतिद्वन्द्विता की भावना आदि से बालक को बाहरी अभिप्रेरणा मिलती है ।


* अभिप्रेरणा के सिद्वान्त :-
                                   शैक्षणिक मनोविज्ञान में अभिप्रेरणा का अत्यधिक महत्व है । क्योंकि अभिप्रेरणा ही वह शक्ति है जो व्यक्ति को कार्य पर बनाये रखती है जिससे व्यक्ति को उत्साह , बल और शक्ति प्राप्त होती है ।

               मनोवैज्ञानिकों ने कुछ सिद्धान्तों का प्रतिपादन किया है ।

अभिप्रेरणा के सिद्वान्त :-
                                    1. फ्रायड :-मनोविश्लेषणात्मक सिद्वान्त |

 2. मैक्डूगल :-  मूल प्रवृति का सिद्धान्त |

 3. थार्नडाइक :- उद्दीपन - अनुक्रिया का सिद्धान्त |

 4.  अब्राहम मैस्लों :- स्वः यथार्थीकरण सिद्वान्त |

 5.  कुर्ट लेविन :-  लेविन का सिद्धान्त |

 6.  सी . एल . हल :-  प्रणोद न्यूनता का सिद्धान्त |

 7. क्लार्क , हल एवं साथी :- व्यवहार का सिद्धान्त ।

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