* बाल - अपराधी बालक ( DelinquentChildren ) :-
बाल अपराध का सम्बन्ध बालक के व्यक्तित्व सभी पक्षों से होता हैं , जैसे - सामाजिक पक्ष , संवेगात्मक पक्ष और मानसिक पक्ष । किसी भी पक्ष में समायोजन करने में यदि बालक असफल रहता हैं , तो वह बालक बाल - अपराधी बन जाता हैं । बाल अपराध का शाब्दिक अर्थ हैं सामान्य रास्ते से भटक जाना ।
हैडफील्ड के अनुसार =
“ बाल अपराध का अर्थ हैं - असामाजिक व्यवहार । "
" Delinquency may be defined as unsocial behaviour . " - Headfield
स्किनर =
“ बाल अपराध की परिभाषा किसी कानून के उस उल्लघंन के रूप में की जाती हैं , जो किसी वयस्क द्वारा किये जाने पर अपराध होता हैं । "
" Delinquency is defined as the ation of a law that if commited by adult , would be a crime . "
skinner
गुड ़=
" कोई भी बालक , जिसका व्यवहार सामान्य सामाजिक व्यवहार से इतना भिन्न हो जाए कि उसे समाज विरोधी कहा जा सके , बाल अपराधी है । "
" Deliquent is any child whose conduct deviates sufficiently from normal social usages that is may be labeled anti social . "
Good
* बाल - अपराध के कारण :-
1 . वंशानुक्रम सम्बन्धी कारण ( Hereditary Causes )
2 . वातावरण सम्बन्धी कारण ( Environmental Causes ) :-
( a ) पारिवारिक वातावरण :-
• माता - पिता का बालकों पर नियंत्रण न रहना ।
• घरेलू लड़ाई झगड़े ।
• परिवार में माता - पिता के सम्बन्ध विच्छेद या किसी एक की मृत्यु हो जाना ।
• पारिवारिक निर्धनता ।
• घर में बच्चों के साथ पक्षपातपूर्ण रवैया ।
• बालकों की रूचियों की ओर ध्यान ने देना ।
• बालकों को आवश्यक स्वतन्त्रता प्रदान न करना ।
• बालकों की बेकारी की समस्या ।
• सौतले माता - पिता का होना ।
• घर के अन्य सदस्यों का अपराधी होना ।
• माता - पिता का अनैतिक व्यवहार ।
• माता - पिता के शारीरिक व मानसिक दोषों के कारण जैसे - अन्धा , पागल , अपाहिज होना ।
• बालकों की आवश्यकताओं को पूरा न कर पाना ।
( b ) स्कूल का वातावरण :-
• व्यक्तिगत विभिन्नताओं की ओर
• उचित मार्गदर्शन की कमी
• कठोर अनुशासन ।
• अधिक गृहकार्य ।
• दूषित पाठ्यक्रम ।
• शिक्षकों का व्यवहार ।
• विद्यालय में राजनैतिक वातावरण ।
• मित्रमण्डली ।
• असफलता एवं पिछड़ापन ।
( c ) समाज का वातावरण :-
• समाज का दूषित वातावरण ।
• बेरोजगारी ।
• गन्दी बस्तियाँ ।
• बुरी संगति ।
• सिनेमा ।
• अश्लील साहित्य ।
3 . शरीर रचना सम्बन्धी कारण |
* बाल अपराधियों की विशेषताएँ :-
शारीरिक -
आयताकृति , पुष्ट मांसपेशियों युक्त एवं दुस्साहसी ।
स्वभावगत -
अशांत , शक्ति से भरपूर , आक्रमक , बर्हिमुखी , शीघ्र उद्वेलित , विध्वंसात्मक ।
अभिवृत्तियाँ -
अपारम्परिक , संदेही , सत्ता के . विरोधी , द्वेषपूर्ण एवं शत्रुता भाव रखने वाले ।
मनोवैज्ञानिक -
मूर्त एवं प्रत्यक्ष की ओर झुकाव रखने वाले , समस्याओं के समाधान में कम व्यवस्थित ।
सामाजिक सांस्कृतिक -
स्नेह का अभाव , माता - पिता के नैतिक मानदण्ड इन्हें पर्याप्त रूप में निर्देशित नहीं कर पाते ।
बाल अपराध का सम्बन्ध बालक के व्यक्तित्व सभी पक्षों से होता हैं , जैसे - सामाजिक पक्ष , संवेगात्मक पक्ष और मानसिक पक्ष । किसी भी पक्ष में समायोजन करने में यदि बालक असफल रहता हैं , तो वह बालक बाल - अपराधी बन जाता हैं । बाल अपराध का शाब्दिक अर्थ हैं सामान्य रास्ते से भटक जाना ।
हैडफील्ड के अनुसार =
“ बाल अपराध का अर्थ हैं - असामाजिक व्यवहार । "
" Delinquency may be defined as unsocial behaviour . " - Headfield
स्किनर =
“ बाल अपराध की परिभाषा किसी कानून के उस उल्लघंन के रूप में की जाती हैं , जो किसी वयस्क द्वारा किये जाने पर अपराध होता हैं । "
" Delinquency is defined as the ation of a law that if commited by adult , would be a crime . "
skinner
गुड ़=
" कोई भी बालक , जिसका व्यवहार सामान्य सामाजिक व्यवहार से इतना भिन्न हो जाए कि उसे समाज विरोधी कहा जा सके , बाल अपराधी है । "
" Deliquent is any child whose conduct deviates sufficiently from normal social usages that is may be labeled anti social . "
Good
* बाल - अपराध के कारण :-
1 . वंशानुक्रम सम्बन्धी कारण ( Hereditary Causes )
2 . वातावरण सम्बन्धी कारण ( Environmental Causes ) :-
( a ) पारिवारिक वातावरण :-
• माता - पिता का बालकों पर नियंत्रण न रहना ।
• घरेलू लड़ाई झगड़े ।
• परिवार में माता - पिता के सम्बन्ध विच्छेद या किसी एक की मृत्यु हो जाना ।
• पारिवारिक निर्धनता ।
• घर में बच्चों के साथ पक्षपातपूर्ण रवैया ।
• बालकों की रूचियों की ओर ध्यान ने देना ।
• बालकों को आवश्यक स्वतन्त्रता प्रदान न करना ।
• बालकों की बेकारी की समस्या ।
• सौतले माता - पिता का होना ।
• घर के अन्य सदस्यों का अपराधी होना ।
• माता - पिता का अनैतिक व्यवहार ।
• माता - पिता के शारीरिक व मानसिक दोषों के कारण जैसे - अन्धा , पागल , अपाहिज होना ।
• बालकों की आवश्यकताओं को पूरा न कर पाना ।
( b ) स्कूल का वातावरण :-
• व्यक्तिगत विभिन्नताओं की ओर
• उचित मार्गदर्शन की कमी
• कठोर अनुशासन ।
• अधिक गृहकार्य ।
• दूषित पाठ्यक्रम ।
• शिक्षकों का व्यवहार ।
• विद्यालय में राजनैतिक वातावरण ।
• मित्रमण्डली ।
• असफलता एवं पिछड़ापन ।
( c ) समाज का वातावरण :-
• समाज का दूषित वातावरण ।
• बेरोजगारी ।
• गन्दी बस्तियाँ ।
• बुरी संगति ।
• सिनेमा ।
• अश्लील साहित्य ।
3 . शरीर रचना सम्बन्धी कारण |
* बाल अपराधियों की विशेषताएँ :-
शारीरिक -
आयताकृति , पुष्ट मांसपेशियों युक्त एवं दुस्साहसी ।
स्वभावगत -
अशांत , शक्ति से भरपूर , आक्रमक , बर्हिमुखी , शीघ्र उद्वेलित , विध्वंसात्मक ।
अभिवृत्तियाँ -
अपारम्परिक , संदेही , सत्ता के . विरोधी , द्वेषपूर्ण एवं शत्रुता भाव रखने वाले ।
मनोवैज्ञानिक -
मूर्त एवं प्रत्यक्ष की ओर झुकाव रखने वाले , समस्याओं के समाधान में कम व्यवस्थित ।
सामाजिक सांस्कृतिक -
स्नेह का अभाव , माता - पिता के नैतिक मानदण्ड इन्हें पर्याप्त रूप में निर्देशित नहीं कर पाते ।
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