आतंकवाद का अर्थ :-
आतंकवाद एक प्रकार की हिंसात्मक गतिविधि होती है। अगर कोई व्यक्ति या कोई संगठन अपने आर्थिक, राजनीतिक एवं विचारात्मक लक्ष्यों की प्रतिपूर्ति के लिए गैर-सैनिक, अर्थात्, देश के नागरिकों की सुरक्षा को निशाना बनाए, तो उसे आतंकवाद कहते हैं।अब इसके तहत गैर-कानूनी हिंसा और युद्ध को भी शामिल कर लिया गया है। अगर इसी प्रकार की गतिविधि आपराधिक संगठन चलाने या उसे बढ़ावा देने के लिए की जाती है तो सामान्यतः उसे भी आतंकवाद माना जाता है। यद्यपि, इन सभी कार्यों को आतंकवाद का नाम दिया जा सकता है।
पिछले कई वर्षों मे अब तक हुए आतंकवादी हमले में आतंकवादी के साथ आतंकी हमलों को अंजाम देने वाले राजकीय प्रेरित होते है, इससे यह सिद्ध होता है कि आतंकवादी पूरी दुनिया पर हिंसा जबरन लागू करना चाहते हैं। दुनिया में सिर्फ एक मात्र होना चाहिए, कोई और साथ को नही मानते, उन की संपत्ति, सत्ता की ही बात है, एकता को नही मानते। बावजूद इस के अब तक किसी देश ने इन आतंकी संगठनों को खत्म करने का ही प्रयास किया। कई देशों में हुई जांच में साबित हो चुका है कि आतंकवादी कई देशों से आर्थिक सहायता राजकीय हेतु ही गुप्त रूप से दी जाती है इस प्रकार आतंकवाद मानवता के लिये एक बहुत ही बड़ी समस्या बन चुका है। आतंकवाद को किसी भी धर्म से जोड़ा जाना गलत है।
*आतंकवाद की उत्पत्ति:-
आतंकवाद शब्द की उत्पत्ति आतंक शब्द से हुई है। आतंकवाद ऐसे कार्यों को कहते हैं, जिसे किसी प्रकार का आतंक फैलाने के लिए किया जाता है। ऐसे कार्य करने वालों को आतंकवादी कहते हैं। आतंकवाद के भी कई रूप है अपारंपरिक युद्ध (unconventional warfare) और मनोवैज्ञानिक युद्ध शब्द का राजनीतिक और भावनात्मक रूप से लिया जाता है
आतंकवाद अपने उद्देश्यों furthering में राजनीतिक संगठनों की एक व्यापक श्रेणी के द्वारा प्रयोग किया गया है; दोनों दक्षिणपंथी और बाएँ विंग राजनीतिक दलों, राष्ट्रवादी (nationalistic) और धार्मिक समूहों, क्रांतिकारियों और सत्तारूढ़ सरकारों.[4] गैर की उपस्थिति-व्यापक सशस्त्र संघर्ष में राज्य अभिनेताओं विवाद के के आवेदन के संबंध में बनाया गया है
एक अन्तर्राष्ट्रीय गोलमेज शांति के निर्माण पर, आतंक (2004) विनाशकारी द्वारा होस्ट रणनीतिक दूरदृष्टि समूह (Strategic Foresight Group) कि एक भेद आतंकवाद और आतंकवाद के कृत्यों के बीच किया जाना चाहिए की सिफारिश की। जब तक आतंकवाद के कृत्यों के प्रति के रूप में आपराधिक कृत्य कर रहे हैं संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद संकल्प 1373 (United Nations Security Council Resolution 1373) और न्यायशास्त्र घरेलू (domestic jurisprudence) आतंकवाद दुनिया में लगभग सभी देशों, की वास्तविक कार्य करता है,
*आतंकवाद के प्रकार :-
*नागरिक विकार (Civil Disorders) - सामूहिक हिंसा के एक फार्म के साथ दखल शांति (peace), सुरक्षा (security) इस समुदाय का है और सामान्य कामकाज.
1.राजनीतिक आतंकवाद -- हिंसक (Violent) आपराधिक व्यवहार को मुख्य रूप से उत्पन्न करने के लिए डिज़ाइन भय (fear) राजनीतिक उद्देश्यों के समुदाय, या इसे का पर्याप्त खंड में, के लिए.
2.गैर राजनीतिक आतंकवाद - कि आतंकवाद के उद्देश्य से नहीं है राजनीतिक प्रयोजनों पर जो "सचेत डिजाइन बनाने और बनाये रखने के डर के उच्च स्तर के लिए प्रदर्शन बलपूर्वक (coercive) प्रयोजनों, लेकिन अंत व्यक्तिगत हो या सामूहिक एक राजनीतिक उद्देश्य की प्राप्ति के बजाए लाभ. "
3.अर्ध आतंकवाद - गतिविधियों आयोग के लिए प्रासंगिक अपराध (crime)s का हिंसा (violence) कि फार्म और असली आतंकवाद करने के लिए विधि में इसी तरह के हैं, लेकिन जो फिर भी अपने आवश्यक अंग की कमी है। यह अर्ध का मुख्य उद्देश्य नहीं है आतंकवादियों में आतंक उत्पन्न करने के लिए तत्काल शिकार (victim) के रूप में वास्तविक आतंकवाद के मामले में है, लेकिन अर्ध आतंकवादी को modalities और असली आतंकवादी की तकनीकों का उपयोग करता है और इसी तरह के नतीजे और प्रतिक्रिया पैदा करती है। उदाहरण के लिए, भाग अपराधी (felon) जो लेता है बंधक (hostage)s एक अर्ध आतंकवादी, जिनकी उन तरीकों के लिए इसी तरह की है कि आतंकवादी परन्तु जिसका उद्देश्य काफी अलग हैं
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सीमित राजनीतिक आतंकवाद - प्रामाणिक राजनीतिक आतंकवाद एक क्रांतिकारी (revolutionary) दृष्टिकोण से होती है; सीमित राजनीतिक आतंकवाद आतंकवाद की जो वैचारिक (ideological) या राजनीतिक उद्देश्यों के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन जो एक सघन अभियान (campaign) के राज्य (State) के नियंत्रण पर कब्जा करने का हिस्सा नहीं हैं कार्य करता है "के लिए सन्दर्भित करता है।
सरकारी या राज्य आतंकवाद (State Terrorism) - "जातियों को जिनके नियम पर आधारित है सन्दर्भ भय (fear) और उत्पीड़न (oppression) कि आतंकवाद या इस तरह के अनुपात के समान तक पहुँचने. "यह भी करने के लिए के रूप में सन्दर्भित किया जा सकता है संरचनात्मक आतंकवाद के रूप में आतंकवादी वारदातों राजनीतिक उद्देश्यों की खोज में सरकारों द्वारा किए मोटे तौर पर, अक्सर अपनी विदेश नीति के भाग के रूप में परिभाषित किया।
* विशेषताएं :-
( 1 ) अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के परिणाम स्वरूप राज्यों के पारंपरिक संबंधों में तनाव बढ़ा है और उसके फल स्वरूप परस्पर सुरक्षा की भावना में कमी आई है
( 2 ) राज्यों ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के विरुद्ध द्विपक्षीय स्तर पर और बहुपक्षीय स्तर पर कार्यवाही करना आरंभ किया है जैसे कि आतंकवाद को सीमित करने के प्रयासों को तेजी से आगे बढ़ाया जा सके |
( 3 ) अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद को रोकने के लिए यह आगे किया गया एक ही राज्य है उन सभी अंतरराष्ट्रीय अभी समय और व्यवस्थाओं को लागू करेंगे जिनसे की अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद को रोकने में सहयोग मिले
* दक्षेस द्वारा आतंकवाद के खिलाफ अभिसमय ( 1987 ) :-
क्षेत्रीय संगठनों ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के विरुद्ध अभिसमय बनाने का कार्य किया इनमें दक्षिण एशियाई सहयोग संगठन द्वारा 1987 मे स्वीकृत अभिसमय |
• दक्षिण एशियाई देशों में 7 राष्ट्र हैं जिसमें भारत पाकिस्तान बांग्लादेश श्रीलंका नेपाल भूटान और मालदीव इसके सदस्य राष्ट्र हैं
इन देशों में भारत पाकिस्तान और श्रीलंका आतंकवाद की समस्या से लगातार जूझ रहे हैं
सरकारी या राज्य आतंकवाद (State Terrorism) - "जातियों को जिनके नियम पर आधारित है सन्दर्भ भय (fear) और उत्पीड़न (oppression) कि आतंकवाद या इस तरह के अनुपात के समान तक पहुँचने. "यह भी करने के लिए के रूप में सन्दर्भित किया जा सकता है संरचनात्मक आतंकवाद के रूप में आतंकवादी वारदातों राजनीतिक उद्देश्यों की खोज में सरकारों द्वारा किए मोटे तौर पर, अक्सर अपनी विदेश नीति के भाग के रूप में परिभाषित किया।
* आतंकवाद के विरुद्ध संयुक्त राष्ट्र संघ महासभा का प्रस्ताव :-
अंतरराष्ट्रीय संबंधों में आतंकवाद के कुप्रभाव को रेखांकित करते हुए प्रभावी तरीकों से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा ने अपने 40/61 वे प्रस्ताव द्वारा विभिन्न उपायों की घोषणा की |* विशेषताएं :-
( 1 ) अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के परिणाम स्वरूप राज्यों के पारंपरिक संबंधों में तनाव बढ़ा है और उसके फल स्वरूप परस्पर सुरक्षा की भावना में कमी आई है
( 2 ) राज्यों ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के विरुद्ध द्विपक्षीय स्तर पर और बहुपक्षीय स्तर पर कार्यवाही करना आरंभ किया है जैसे कि आतंकवाद को सीमित करने के प्रयासों को तेजी से आगे बढ़ाया जा सके |
( 3 ) अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद को रोकने के लिए यह आगे किया गया एक ही राज्य है उन सभी अंतरराष्ट्रीय अभी समय और व्यवस्थाओं को लागू करेंगे जिनसे की अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद को रोकने में सहयोग मिले
* दक्षेस द्वारा आतंकवाद के खिलाफ अभिसमय ( 1987 ) :-
क्षेत्रीय संगठनों ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के विरुद्ध अभिसमय बनाने का कार्य किया इनमें दक्षिण एशियाई सहयोग संगठन द्वारा 1987 मे स्वीकृत अभिसमय |
• दक्षिण एशियाई देशों में 7 राष्ट्र हैं जिसमें भारत पाकिस्तान बांग्लादेश श्रीलंका नेपाल भूटान और मालदीव इसके सदस्य राष्ट्र हैं
इन देशों में भारत पाकिस्तान और श्रीलंका आतंकवाद की समस्या से लगातार जूझ रहे हैं
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