Tuesday, October 29, 2019

प्रतिनिधित्व का अर्थ व प्रकार और राजनीतिक प्रतिनिधि के कार्य

* प्रतिनिधित्व का अर्थ :-

                                         राजनीतिक प्रतिनिधि एक ऐसा व्यक्ति होता है जो परंपरागत या कानून एक राजनीतिक  व्यवस्था में प्रतिनिधि का स्तर या भूमिका निभाता है |


बिर्च के अनुसार :-

                                जो किसी समाज विशेष में प्रशासन की प्रक्रिया को प्रभावित करता है |


* प्रतिनिधित्व  के प्रकार :-

                                          ए. एच्. बिर्च के अनुसार प्रतिनिधित्व के अर्थ और प्रकार होते हैं परंतु प्रमुखतया   इसका तीन अर्थों में प्रयोग अधिक प्रचलित है 
( 1 ) प्रदत्त प्रतिनिधित्व
( 2 ) सूक्ष्मतर प्रतिनिधि 
( 3 ) प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व |

प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व से एक समूह में या श्रेणी विशेष का तात्पर्य किया जाता है इससे संपूर्ण और विस्तृत वास्तविकता का आभास मिलता है जैसे हंसिया व  हथोड़ा साम्यवाद का आभास कराता है |

 राजनीतिक प्रतिनिधित्व तीन प्रमुख समस्याओं का विवेचन अभिषेक बना देता है यह समस्याएं हैं
( 1 ) राजनीति प्रतिनिधित्व का चुनाव
( 2 ) राजनीतिक प्रतिनिधियों के कार्य
( 3 ) राजनीतिक प्रतिनिधित्व का उन लोगों से संबंध जिनका भी प्रतिनिधित्व करता है इन तीनों का विवेचना शक है |

* राजनीतिक प्रतिनिधि के कार्य:-

                                                                        सामान्यता राजनीतिक  प्रतिनिधियों के दो कार्य माने जाते हैं
                                               ( 1 ) justifcation of existing institution 
                                               ( 2 ) promotion of political reforms |

 सरसरी  तौर पर देखने पर कहा जा सकता है कि राजनीतिक प्रतिनिधि विद्यमान संस्थाओं का औचित्य या उसको न्यायोचित है |

( 1 ) central control :-

                                                केंद्रीय नियंत्रण का अर्थ है कि प्रतिनिधि राजनीति व्यवस्था में रोजमर्रा अनुशासन स्थापना की सुव्यवस्था करता है |

( 2 )goal specifications :-

                                                          गतव्य निर्धारण का अर्थ एक ही प्रतिनिधि नीतियों का निर्धारण और उसमें प्राथमिकता से निर्णय कारण था नीति निर्धारण में सम्मिलित रहे |

( 3 ) institutional coherence:-

                                                                           संस्थागत साम्य  का अर्थ है लगातार संस्थाओं का परिणाम सुधार और उनका अनुकूलन करना | 


( 1 ) सामान्य कार्य:-

                                           ( 1 ) लोकप्रिय नियंत्रण:- सरकार पर लोकप्रिय  नियंत्रण करना राजनीतिक प्रतिनिधि का कार्य प्रतिनिधि जनता की तरफ से सरकार पर नियंत्रण रखने का कार्य करता है |

                                        ( 2 ) नेतृत्व:- नीति निर्धारण में नेतृत्व देना और उनके लिए सरकार को उत्तरदाई रखना भी प्रतिनिधि का ही कार्य है |

                                        ( 3 ) व्यवस्था स्थापन:- प्रतिनिधि राजनीति व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने और उसको बनाए रखने में जनता का समर्थन प्राप्त करने का कार्य करते हैं |

( 2 ) विशिष्ट कार्य :- 

                                       ( 1 ) जागरूकता:- प्रतिनिधि का कार्य है कि वे व्यवस्था करें कि नीति के निर्धारक जनमत वे जनहित के प्रति सचेत रहें |

                                      ( 2 ) उत्तरदायित्व:- प्रतिनिधि का खा रही है यह भी व्यवस्था करना है कि राजनैतिक नेता अपने कार्यों के लिए जनता के प्रति उत्तरदायित्व निभाते रहें |

( 3 ) leadership:- 

                                                  प्रतिनिधि राजनीति नेताओं की भर्ती और उनके लिए जन समर्थन उपलब्ध कराने को कार्य करता है |

( 4 ) peaceful change of leaders :-

                                                                                        प्रतिनिधि अपने माध्यम भी बनाता है जिससे प्रकार के राजनीति नेतृत्व के स्थान पर बिना हिंसा का खतरा लिए दूसरे प्रकार का नेतृत्व में लाया जाता है |

( 5 ) consent :-

                                       प्रतिनिधि संप्रेषण की विभिन्न धाराओं की व्यवस्थाओं के माध्यम से सरकार की विशिष्ट नीतियों के लिए समर्थन उपलब्ध कराते हैं |

( 6 ) relel of predres :-

                                                        प्रतिनिधि संतप्त नागरिकों की शिकायतों रूपी भविष्य के प्रवाहित करने की सुरक्षा नलिका कार्य करते हैं और संभावित क्रांतिकारियों को संवैधानिक गतिविधियों में से   व्यस्त करके उन्हें निहत्था करते हैं |

             

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